आंध्र के लोक साहित्य में राम कथा

आंध्र के लोक साहित्य में राम कथा

एन हरि प्रसाद, हिंदी प्राध्यापक, शासकीय विध्यालय (स्वायत्ता), पेनुगोंडा ,अनंतपुरम. आंध्र प्रदेश, भारत                     

डॉ. हरि रामप्रसाद, हिंदी विभागाध्यक्ष, शासकीय विध्यालय (स्वायत्ता), काकिनाडा – ५३३ ००१,आंध्र प्रदेश, भारत.

Abstract –

     राम कथा भारतीयों को एकता के सूत्र में फ़िरोने वाली अमर कथा है। राम कथा संपूर्ण भारत में ही नहीं बल्कि भारत के बाहर विदेशों में भी प्रचलित है। राम कथा का मूल स्रोत वाल्मीकि रामायण है। रामायण भारत में एक धार्मिक ग्रंथ तथा एक दर्शन शास्त्र के रूप में लोक प्रिय है। इस के कारण रामायण भारतीय समाज के प्रत्येक वर्ग के जीवन के साथ घुल-मिल गया है। भारतीय उसमें अंकित जीवन के आदर्श को अपना अनुशासन मानते है। भारतीयों पर राम कथा की अमिट छाप का यह भी कारण है कि भारत के प्रत्येक भाषा के कवियों ने राम कथाश्रित काव्य लिखा है। भारत की विविध भाषाओं में प्राप्त होनेवाले राम कथा काव्यों में प्रादेशिक जीवन – संस्कृति के सापेक्ष का अनेक प्रक्षेपण किये गये है।

Keyword – राम कथा, आंध्र, लोक साहित्य

Doi Link – https://doi.org/10.69758/GIMRJ2407IIIIV12P0015

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