हिन्दु धर्म के मङ्गल कार्यों में शंख ध्वनि का महत्त्व
Baturam Sarkar
Assistant Professor
Department of Sanskrit, Alipurduar University,
Alipurduar-736122, W.B., India.
sarkarbaturam@gmail.com
शोधसारः- देव-मन्दिर में शंखनाद करना अत्यन्त पुण्यप्रद बताया गया है। देवताओं को भी वह अत्यन्त प्रिय है। प्रस्तुत शोध पत्र में ‘हिन्दु धर्म के मङ्गल कार्यों में शंख ध्वनि का महत्त्व’ पर प्रकाश डाला गया है।
बीजशब्दः- भारतीय संस्कृति, हिन्दू धर्म, वाद्य, शंख, शंखध्वनि।
प्रस्तावनाः- हिन्दू धर्म के सभी मङ्गल कार्यों में शंख ध्वनि परम मङ्गलमय समझी जाती है। युद्ध में भी शंख ध्वनि का विशेष महत्व है। संसार भर का यह आम रिवाज है कि जब आपस में युद्ध करने की इच्छा से दो दल के सैनिक युद्ध करने के लिये आमने सामने डट जाते हैं, तो उन्हें युद्ध के लिये तैयार होने की चेतावनी देने के तौर पर सेनापति बिगुल बजाकर सूचना देता है कि लड़ने का समय होगया, तैयार हो जाओ। यह प्रथा प्राचीन समय से चली आती है और आज भी संसार के सभ्य देशों में इस प्रथा का पालन यथा सम्भव किया जाता है। इसी प्रथा के अनुसार पूर्वकाल में पितामह भीष्म ने भी अपना शंख बजाकर सैनिकों को रण सूचना दी थी।
DOI link – https://doi.org/10.69758/GIMRJ/2501I01S01V13P0002
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