नैतिकता और मूल्य पर आधारित शिक्षा

नैतिकता और मूल्य पर आधारित शिक्षा

दिनेश कुमार देवांगन

सहायक प्राध्यापक, अर्थशास्त्र

डाॅ. खूबचंद बघेल शासकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय,

भिलाई-3, जिला-दुर्ग (छ.ग.)

सारांश

वर्तमान समय में मूल्य शिक्षा का महत्व कई गुना बढ़ गया है। हम यह सुनिश्चित करेंगे कि नैतिक शिक्षा एक बालक के प्रारंभिक शिक्षा से आरंभ होकर उसके जीवन के हर मोड़ पर वह नैतिक मूल्य के साथ-साथ नैतिकता को भी आत्मसात करें। राष्ट्र, विकास के किसी भी स्तर पर रहे चाहे वह विकासशील हो या विकसित, सभी में राष्ट्र की समृद्धि एवं गौरव का आधार शिक्षा है, जो सतत् एवं सामंजस्यपूर्ण विकास द्वारा हमारी क्षमताओं को उत्कृष्ट बनाती है। विद्यार्थियों के सर्वांगिण विकास पर नैतिक शिक्षा का महत्व सदैव रहा है। आज समाज में कई विसंगतियां देखने को मिलती है जहां पर असुरक्षा, भय, हिंसा, अविश्वास कई तरह की अवांक्षित गतिविधियों में लिप्त व्यक्तियों की तादात् बढ़ती जा रही है, वहां पर हमें नियमित व व्यवस्थित तरीके से बच्चों में समायोजन की क्षमता विकसित की जाए, साथ ही यह प्रयास भी जारी रखा जाए की विद्यार्थियों का आचरण इन मूल्यों के अनुरूप आत्म-अनुशासित व आत्म-संयमित रहें। शिक्षा मनुष्य की जन्मजात शक्तियों का विकास करती है।

विद्यार्थियों के ज्ञान एवं कला कौशल में वृद्धि करती है, जिससे एक सभ्य सभ्य एवं सुसंस्कृत समाज का निर्माण हो सकें। प्रस्तुत शोध में नैतिकता और मूल्य आधारित शिक्षा पर एक व्यापक प्रकाश डाला गया है।

DOI link – https://doi.org/10.69758/GIMRJ/2412IV02V12P0023

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