भारत में शिक्षा की स्थिति

भारत में शिक्षा की स्थिति

डॉ. योगेश्वर प्रसाद बघेल

अतिथि ब्याख्याता (प्राध्यापक)

विभागाध्यक्ष राजनीति विज्ञान

शासकीय वेदराम महाविद्यालय मालखरौदा जिला सक्ती(छ.ग.)

सारां :- दुनिया में भारत पहला देश है, जहॉ शिक्षा राजनीति का शिकार है। कभी प्रबंध तंत्र के स्तर पर, कभी शिक्षक के स्तर पर कभी छात्र के स्तर पर और कभी दोनो स्तरों पर। भारत में शिक्षा के कई स्तर हैं। एक, दो, तीन और ज्यादे भी। यहॉ सरकार की नीति का ही परिणाम है। जब संसथाओं की निर्मिति ही विभाजन के आधार पर हो, तो शिक्षा का भविष्य ?

                लोकतांत्रिक शिक्षा के लिए जरूरी है कि विश्वविद्यालय से लेकर स्कूल स्तर तक शिक्षा का समूचा तंत्र लोकतांत्रिक, पारदर्षी और जनशिरकत वाला बनाया जाय। शिक्षा में शामिल लोगों की व्यक्तिगत, सामुहिक और सामाजिक जवाबदेही तय की जाय। आज स्थिति इतनी भयानक है कि सरेआम संविधान प्रदत्त अधिकारीं और मूल्यों को चुनौती दी जा रही है और शिक्षितों में से उसका प्रतिवाद नजर नहीं आ रहा, बल्कि उल्टे शिक्षितों का बड़ा समुह हमले कर रहा है।

DOI link – https://doi.org/10.69758/GIMRJ/2411IV05V12P0007

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