जूलियस न्यूरेरे की उजमा की संकल्पना : एक समीक्षा

जूलियस न्यूरेरे की उजमा की संकल्पना : एक समीक्षा
 
डॉ० प्रशांत कुमार
असिस्टेंट प्रोफेसर, राजनीति विज्ञान
तिलकधारी स्नातकोत्तर महाविद्यालय, जौनपुर (उ०प्र०)

सारांश –
न्यूरेरे तंजानिया तथा अफ्रीका ही नहीं अपितु तृतीय विश्व के एक महान नेता थे। उन्होंने तंजानिया में एक नए समाज के निर्माण के लिए यूरोपीय समाजवाद तथा पूंजीवाद को नकारते हुए परंपरागत अफ्रीकी समाज के मूल्यों के आधार पर तंजानिया के विकास का एक नया मॉडल प्रस्तुत किया, जिसे उजमा का नाम दिया गया। अरुशा घोषणा 1967 के द्वारा इसे लागू करने का प्रयास किया गया। इसके कुछ सकारात्मक परिणाम आए, लेकिन यह पूर्णत सफल योजना नहीं रही। 1985 में न्यूरेरे ने भी इसकी आलोचना की, लेकिन फिर भी यह तृतीय विश्व के विकास का एक महत्वपूर्ण मॉडल था, जो कि देशी परिस्थितियों और मूल्यों पर आधारित था, न कि यूरोप से आयातित विचार था।

मुख्य शब्द –
उजमा, न्यूरेरे, समाजवाद, अरुशा घोषणा पत्र, परंपरागत अफ्रीकी परिवारिक मूल्य।

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