खाप व्यवस्थाः एक परिचय
शोधार्थी-अतेश कुमार
संक्षेप- खाप एक समाज की प्रशासनिक इकाई के रूप में कार्य करती है। यह भारत के पश्चिमी उत्तर-प्रदेश, हरियाणा, राजस्थान एवं मध्य-प्रदेशों में मुख्यतः ग्रामीण क्षेत्रों में अपना प्रभाव रखती है। खाप प्राचीन काल से चली आ रही एक सामाजिक व्यवस्था है, जिसका गठन सुरक्षा व गौत्र के आधार पर हुआ है। खाप व्यवस्था वर्तमान समय में प्रमुख रुप से जाटों की एक संस्था के रुप मंे कार्य कर रही है। प्राचीन समय में खाप व्यवस्था सभी जातियों में पायी जाती थी।
कीवर्ड- खाप, सर्वखाप, पंचायत, मुख्यिा, गौत्र, गवांण्ड, सामाजिक प्रशासनिक इकाई।
DOI link – https://doi.org/10.69758/GIMRJ/2410III02V12P0006
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